राष्ट्रीय सामाजिक जन कल्याण एजुकेशन ट्रस्ट
पंचायत शिक्षा कार्यक्रम
पंचायत शिक्षा कार्यक्रम-पंचायत शिक्षा कार्यक्रम के द्वारा सभी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में बच्चों के संख्या के आधार पर मिनी विद्यालय की स्थापना की जाएगी जो पंचायत के प्रत्येक वार्ड में कोचिंग संस्थान केंद्र दी जाएगी जिसमें कक्षा 1 से 8 तक के छात्र-छात्राओं को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी जिसमें संस्था के द्वारा पंचायत शिक्षा कार्यक्रम के द्वारा विभिन्न पदों पर आमंत्रित की जा रही है जैसे कि प्रखंड कार्यपालक, प्रशिक्षण प्रभारी ,जिला समन्वयक ,पंचायत शिक्षक/ शिक्षका के पद पर रोजगार बढ़ावे के उद्देश्य कार्यक्रम चलाया जा रहा है
पंचायत शिक्षा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य
मनुष्य के मस्तिष्क को सही शिक्षा प्रदान कर जीवन के लक्ष्यों में सफलता प्रदान करना है, इन आधारभूत लक्ष्यों को प्राप्ति के लिए व्यक्ति को विधान शिक्षक की आवश्यकता होती है एक सच्चा व ज्ञानी शिक्षक ही एक सफल और शिक्षित समाज का निर्माण करता है, बहुत से लोगों को लगता है की शिक्षा का अर्थ केवल एक अच्छा रोजगार पा लेना मात्र है किंतु ऐसा कतई नहीं है एक अच्छा रोजगार मिलना ही केवल शिक्षा का उद्देश्य नहीं इसके अलावा कई ऐसे बिंदु है जिससे उच्च मानसिक स्तर का विकास समाज में अच्छे बुरे के बीच फर्क समझना लाभ हानि का ज्ञान होना परिवार व समाज के प्रति अपने कार्यों को समझना व उनका निर्वाह करना देश हित का विचार विकसित होना वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखना ताकि लोगों को एक अच्छा जीवन दिया जा सके इसके अलावा प्राकृतिक संबंधित विचार जैसे पर्यावरण की रक्षा जल संरक्षण, शुद्ध वायु, जंगलों का संरक्षण एवं विभिन्न प्राकृतिक संपदा को बनाए रखने के लिए प्रगतिशील होना आदि बहुत सारा महत्वपूर्ण कार्य हमारी पंचायत शिक्षा कार्यक्रम का उद्देश्य है। अच्छी शिक्षा ग्रहण करके समाज की बुराइयों को खत्म कर भ्रष्टाचार पर लगाम लगाकर रोजगार के अवसर उत्पन्न करना स्वास्थ्य और स्वास्थ्य सेवाएं अच्छी करना लोगों के अंदर देश प्रेम एकता के प्रति उत्पन्न किया जाना। सही मायने में शिक्षा का उद्देश्य हमें जीवन की कई परिस्थितियों से गुजारना पड़ता है जीवन में हमें विभिन्न ऐसे कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है जो हमें एक सीख देकर जाती है और जीवन के यह क्षण अनुभव कार्य करती है जो आगे चलकर नई पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन का कार्य करती है जीवन के अनुभव से सीखना भी एक प्रकार से शिक्षा ही है दूसरे शब्दों में कहें तो शिक्षा का उद्देश्य मनुष को गलत राह पर जाने से रोकना और सही राह दिखाना है क्योंकि हमें जब तक सही वह गलत कि ज्ञान नहीं होगा तब तक हम सार्थक जीवन नहीं जी सकते हैं ज्ञान अज्ञान में भेद करना ही शिक्षा का उद्देश है शिक्षा का अर्थ केवल स्कूल कॉलेज जाना मात्र नहीं है हमारी प्रथम शिक्षा हमारे घर से आरंभ होती है हमारे माता-पिता भाई-बहन घर के अन्य सदस्य से ही हमारी प्रारंभिक शिक्षा लेना का अवसर मिलता है उसके पश्चात हमें बाहरी दुनिया अर्थात सामाजिक दुनिया में आना पड़ता है भारतीय संस्कृत में माता को पहला गुरु कहां जाता है केवल माता ही ऐसा गुरु रुप है जो संतान के लिए सब कुछ त्याग कर सकती हैl किसी भी वृक्ष को उगने के लिए एक बीज को मिट्टी में बोते हैं उसके लिए पर्याप्त धूप जल तथा ऑन खनिजों की व्यवस्था करती है एक निश्चित समय पश्चात बीज से अंकुर निकलता है उसके बाद उनका पौधा बनता है और लंबे समय के बाद पौधा वृक्ष का रूप धारण कर लेता है उसी प्रकार मनुष्य को भी शिक्षित व सब होने में एक समय के प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
शिक्षा मनुष्य के भीतर अच्छे विचार की निर्माण करती है मनुष्य के जीवन का प्रस्तुत करती है
पंचायत शिक्षा कार्यक्रम की सोच
पंचायत शिक्षा कार्यक्रम के द्वारा सभी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में बच्चों के संख्या के आधार पर मिनी विद्यालय की स्थापना की जा रही है तथा बच्चों को बेसिक शिक्षा के आधार पर कोचिंग संस्थान खोला जाएगा जिसमें कक्षा 8 से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी जिसमें संस्था के द्वारा चलाए गए नियमानुसार जैसे कि छात्र-छात्राओं की सप्ताहिक जांच परीक्षा की आयोजन तथा मासिक जांच परीक्षा की आयोजन की जाएगी जिसमें की सभी छात्र छात्राओं को स्वेच्छा पूर्वक जांच परीक्षा शुल्क एवं पर योगिक शुल्क के रूप में ₹20 से ₹50 निर्धारित होगी जिसमें कॉपी, कलम क्वेश्चन दी जाएगी ताकि सही शिक्षा मिल पाए जिसमें केंद्र पर हर मासिक बैठक की जाएगी जिसमेंसभी छात्र छात्राओं के अभिभावक को बैठक में उपस्थित अनिवार्य होगी।
संस्था द्वारा व्यवसायिक शिक्षा तथा बेसिक शिक्षा के आधार पर विभिन्न पदों पर आमंत्रित की जा रही है जैसे कि 1. प्रशिक्षण प्रभारी- मानदेय- 7500 2.प्रखंड कार्यपालक- मानदेय-12500 3. जिला समन्वयक -मानदेय-15600 4. पंचायत शिक्षक /शिक्षिका -मानदेय-5500 से शुरुआत होगी ताकि आत्मनिर्भर बनकर रोजगार के बढ़ावा दे सके।
पंचायत शिक्षा कार्यक्रम में आवेदन करने की प्रक्रिया
1. फार्म में दिए गए जानकारी को सही-सही भरे।
2. आवेदन सदस्यता सहयोग शुल्क pay phone ,Google pay ,wallet, QR scanner, A/C, डिमांड ड्राफ्ट या चेक के माध्यम से स्वीकार किया जाएगा।
3. फार्म पर दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन कर के पेमेंट करें तथा आवेदन के साथ पेमेंट स्लिप व्हाट्सएप 9341614852 नंबर पर भेजें।
4. आवेदन करने के लिए www.rsjet.in.net एवं E – mail-id -nsdpwet@Gmail.com पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
5. आवेदन पत्र के साथ पद के अनुसार शैक्षणिक योग्यता दस्तावेज, आधार कार्ड ,दो पासपोर्ट साइज फोटो के साथ शुद्ध शुद्ध फॉर्म भर कर लिफाफा में डालकर दिए गए पते पर भेजें या ई-मेल कर सकते हैं या व्हाट्सएप कर सकते हैं।
6. सभी अभ्यर्थियों के लिए विभिन्न पदों तथा प्रशिक्षण अलग-अलग आवेदन पत्र का निर्धारित सहयोग शुल्क है।
7. आवेदन भेजने का पता- Rampur pipra Supaul pin code 852210 Bihar
पंचायत शिक्षा कार्यक्रम कि लाभ
पंचायत शिक्षा कार्यक्रम में गरीब, अनाथ, दिव्यांग तथा मजदूर, किसान सभी वर्ग के छात्र पंचायत शिक्षा कार्यक्रम के लाभ ले सकते हैं जिसमें की निशुल्क शिक्षा की कार्यक्रम है जो जिले के प्रखंड वह पंचायत शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में कार्यक्रम चलाई जा रही है ताकि सभी वर्ग के छात्र लाभ ले सके जो आर्थिक कमजोर के कारण कोचिंग संस्थान कि लाभ नहीं ले पाते हैं जिसके आधारित पर रखा गया कार्यक्रम है हमारी संस्था की सोच है शिक्षित समाज, स्वस्थ समाज, स्वच्छ समाज बन पाए ताकि हमें शिक्षित भारत स्वस्थ भारत बनाने का यह अभियान है क्योंकि शिक्षा ही एकमात्र मार्ग है जो हमारी जीवन काल में शिक्षित समृद्धि बना सकता है साथ के साथ हमारी संस्था स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से प्रखंड के सभी पंचायत में विभिन्न प्रकार की कार्यक्रम चलाती है जिसमें आत्मनिर्भर बनकर रोजगार कि बढ़ावा दे सके जैसे व्यवसायिक शिक्षा, हुनरमंद संस्कृत कला के प्रति संस्था काम कर रही है